
मुंगेली – राज्य शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना के अंतर्गत जिले के मुंगेली विकासखंड के ग्राम खेढ़ा और कुंवागांव के गौठान में गोमूत्र खरीदी जा रही है। इस योजना के तहत 28 जुलाई हरेली त्यौहार से अब तक दोनो गौठानो में 232 लीटर गोमूत्र की खरीदी की गई है। गौठान से जुड़ी स्व सहायता समूह की महिलाएं इस गोमूत्र का उपयोग कर जैविक कीटनाशक तैयार कर रही है और इसके विक्रय से अतिरिक्त आमदनी प्राप्त कर रही है। जय मां दुर्गे स्व सहायता समूह द्वारा ग्राम कुंवागांव में 17 लीटर और ग्राम खेढ़ा में 15 लीटर कुल 32 लीटर जैविक कीटनाशक तैयार किया गया है। वहीं 50 रुपए प्रति लीटर की दर से विक्रय से उन्हें अब तक 1600 रुपए की अतिरिक्त आमदनी प्राप्त हुई है। समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित इस जैविक कीटनाशक को किसानों द्वारा हाथोंहाथ खरीदा जा रहा है। किसानों का कहना है कि फसलों को कीटो व प्रदूषण से बचाने के लिए यह जैविक कीटनाशक काफी उपयोगी है। ग्राम खेढ़ा के सरपंच भूपेंद्र शर्मा ने भी गोमूत्र से निर्मित जैविक कीटनाशक का क्रय किया और कहा कि यह कीटनाशक रसायनिक खाद से ज्यादा बेहतर और प्राकृतिक उत्पाद है। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गोमूत्र का उपयोग कर जैविक खेती की ओर किसानों को अग्रसर करने व फसलों को कीट तथा प्रदुषण से बचाने के लिए हरेली त्यौहार के अवसर पर इसकी शुरूआत की गई है। कलेक्टर के मार्गदर्शन में जिले के दो सक्रिय गौठान ग्राम खेढ़ा और कुंवागांव का चयन कर महिला स्व सहायता समूह द्वारा 04 रूपए प्रति लीटर की दर से गोमूत्र की खरीदी की जा रही है। इनके द्वारा गोमूत्र का उपयोग करते हुए जैविक कीट नाशक बनाया जा रहा है। समूह की महिलाओं द्वारा जैविक कीटनाशक तैयार करने के लिए गोमूत्र में पांच प्रकार की पत्तिया नीम, करंज, पपीता, सीताफल आदि को बारीक कूटकर मिश्रित किया जाता है और इसे मूलमात्रा के आधा होने तक उबाला जाता है। जिसके पश्चात इसे दो से तीन दिन बाद छान कर बोतल में पैंकिंग किया जाता है। जय मां दुर्गे स्व सहायता समूह का कहना है कि गौठान में गोमूत्र खरीदी प्रारंभ होने से उन्हें अतिरिक्त आमदनी का जरिया मिल गया है। इस अतिरिक्त आमदनी से उन्हें अपने बच्चो को पढ़ाने लिखाने में मदद मिल रही है। वहीं घर का खर्च भी उठा पा रही है। इन महिलाओ ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और जिला प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया है।