
मुंगली ,, नगरपालिका परिसद मे एक बार फिर सियासी घमाशान तेज हो गया है. जहाँ कुछ समय पूर्व पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते भाजपा ने 5 पार्षदो को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था, उन्होने आज कांग्रेस कि नीतियों से प्रभावित होते हुए बस्तर बाड़ा पहुंच कांग्रेस का दामन थाम लिया. अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि ऐसी क्या पीड़ा रही जो पार्षदो ने यह कदम उठाया है?
गौरतलब हो कि कि नगरपालिका मुंगेली के लिए दिसंबर का महीना बीते 2 सालो से काफ़ी गहमा गहमी भरा रहा है,, जो एक बार फिर सही साबित हुआ है. आज कांग्रेस का दामन थामने वालों मे भाजपा कि संतोसी मोना नागरे, मोतिम सोनकर, सोनी आनंद जागड़े रहे. उनके अनुसार मुख्यमंत्री भूपेश बधेल कि जनकल्याण कारी नीतियों से प्रभावित होकर उन्होंने ये फैसला लिया है। इस दौरान उन्होंने बस्तर बाड़ा मे प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के नीतियों कि सराहना करते हुए कहा कि कांग्रेस को एक सूत्र मे बाधने मे उनका बड़ा योगदान है जिसका उदाहरण सभी उप चुनावों मे देखने को भी मिला, सभी मे कांग्रेस प्रत्याशी विजय हुए. इस अवसर पर मुंगेली संगठन प्रभारी सीमा वर्मा, जिला अध्यक्ष सागर सिंह बैस, नगर पालिका अध्यक्ष हेमेंद्र गोस्वामी, छाया विधायक राकेश पात्रे, शहर अध्यक्ष स्वतंत्र मिश्रा, सोम वर्मा उपस्थित रहे.
इस पुरे मामले पर भाजपा जिला अध्यक्ष शैलेश पाठक नेता कहा कि उनको 6 सालो के लिए पहले ही पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते निकाला जा चूका है.